सिंघाड़े तालाबों में उगते हैं और काफ़ी पौष्टिक होते हैं। अच्छे सिंघाड़े थोड़े से मीठे होते हैं और कच्चे ही खाये जाते हैं। लेकिन अगर मीठे न निकलें तो क्या करें? आप के पास कई विकल्प हैं। आप उन्हें उबाल के छील के खा सकते हैं या आप सिंघाड़े की सब्ज़ी बना सकते हैं या फ़िर आप सिंघाड़े की कचरी या चाट बना सकते हैं। सिंघाड़े की सब्ज़ी की रेसिपी आप यहाँ देख सकते हैं सिंघाड़े की सब्ज़ी
Read the Singhare Ki Kachri/Chaat recipe in English
समय | 20 मिनट |
कितने लोगों के लिए | 2 |
कठिनाई | आसान |
सामग्री
सिंघाड़े | 250 ग्राम |
तेल | 1 छोटी चम्मच |
जीरा | 1/2 छोटी चम्मच |
नमक | 1/2 छोटी चम्मच |
सूखी साबुत लाल मिर्च | 2 |
चाट मसाला | 1/2 छोटी चम्मच |
अदरक का लच्छा | 1 छोटी चम्मच |
नींबू का रस | 1 छोटी चम्मच |
हींग | एक चुटकी |
हरा धनिया | सजाने के लिए |
विधि
- सिंघाड़ों को अच्छी तरह धो लें क्यूंकि ये तालाबों में उगते हैं जहाँ काफ़ी मिट्टी होती है।
- सारे सिंघाड़ों को छील लें।
- उनको पतले पतले स्लाइसेस में काट लें क्यूंकि उबालने के बाद उनको मसलना है।
- एक प्रेशर कुकर में तेल गरम करके जीरा डाल दें। जीरा फूल जाने पर उसमें साबुत लाल मिर्च को तोड़ कर डाल दें और साथ ही साथ हींग भी डाल दें।
- अब उसमें कटे सिंघाड़े और नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें। आधा कप पानी डालकर सिंघाड़ों को कुकर में सीटी लगाकर उबाल लें। सीटी आने पर आंच हल्की कर दें और 5 मिनट बाद आंच बंद कर दें।
- भाप ख़त्म होने पर प्रेशर कुकर को खोलें और सिंघाड़ों को मोटा मोटा मसल लें।
- मसले हुए सिंघाड़ों में आवश्यकतानुसार चाट मसाला, अदरक का लच्छा, नींबू और हरा धनिया मिला लें। सिंघाड़े की कचरी या चाट तैयार है। इसको गरम गरम ही परोसें।
- ये चाट व्रत में भी खाई जा सकती है।
Summary
Recipe Name
सिंघाड़े की कचरी या चाट
Author Name
रुचि गर्ग
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