कूटू नवरात्री और शिवरात्रि के व्रत में खाया जाता है। कूटू की तासीर गरम होती है इसलिए इसके साथ दही ज़रूर खाना चाहिए। कूटू में रेशा बहुत होता है और ये शरीर को अंदर से डेटॉक्स भी करता है। साधारण तौर पर कूटू के परांठे, पूरी और पकोड़ियां बनाई जाती हैं। परन्तु अगर आप पूरे 8 दिन व्रत करते हैं तो कुछ दिनों में आप वही चीज़ें खाते खाते बोर हो जाते हैं। कूटू का चीला परांठे से थोड़ा हट कर है और बनाना थोड़ा सा आसान होता है।
समय: | 30 मिनट |
कठिनाई: | आसान |
कितने लोगों के लिए: | 6 चीले |
सामग्री
कूटू का आटा | 1 कप |
कसा हुआ आलू | 1 कप |
नमक | 1 छोटी चम्मच |
गरम मसाला | 1/2 छोटी चम्मच |
नींबू का रस | 1 छोटी चम्मच |
हरी मिर्च | 3-4 |
तेल | 2 बड़ी चम्मच |
विधि
- आलू को छील कर मध्यम आकार में कस लें। हरी मिर्च को छोटा छोटा काट लें।
- एक बर्तन में कूटू का आटा, आलू, नमक, गरम मसाला, हरी मिर्च, नींबू और 1 कप पानी मिला कर एक गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
- एक नॉनस्टिक पैन गरम करके उसमें थोड़ा सा तेल डालें। अब एक बड़ी चम्मच घोल को पैन में डालकर पतला फैला लें। ऊपर से थोड़ा तेल और डाल दें। आंच को माध्यम कर दें।
- जब चीला नीचे से ब्राउन हो जाये तो उसे पलट लें और तेज़ आंच पर दबा दबा कर सेंक लें।
- जब कूटू का चीला आपकी पसंद के अनुसार कुरकुरा और ब्राउन हो जाये तो उसे उतार लें और दही के साथ परोसें।
Summary
Recipe Name
कूटू का चीला
Author Name
रुचि गर्ग
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