शक्कर पारे हमारी नानी दादी के ज़माने का एक बहुत ही लोकप्रिय मीठा है जो बहुत समय तक टिक सकता है और शायद इसीलिये पहले ज़माने में यात्रा करते वक़्त लोग इसे साथ लेके चलते थे। क्यूंकि इसमें आटा, चीनी और घी होता है, ये काफ़ी स्वादिष्ट और तृप्त करने वाला होता है। सूखा होने के कारण इसे खाना और अपने साथ कहीं ले जाना भी आसान होता है।
Read the SHAKKAR PARE recipe in English
समय: | 50 मिनट |
कठिनाई: | मध्यम |
सामग्री
मैदा | 500 gm |
घी | 100 gm |
चीनी | 500 gm |
तेल | तलने के लिए |
विधि
- एक बड़े बर्तन में मैदा और पिघला हुआ घी डालकर उसे अच्छी तरह मलें जिससे घी मैदा में अच्छी तरह मिल जाये और शक्करपारे फूलें। अगर आप एक मुट्ठी में मैदा लेकर उसे छोड़ें तो वो बिखरना नहीं चहिये।
- थोड़ा पानी डालकर मैदा को सख़्त गूंध लें। ये पूरी के आटे की तरह सख़्त होना चाहिए।
- आटे को 15 मिनट ढक कर रख दें और फिर उसको 4 भागों में बाँट लें।
- हर लोई को चपटा करके 2 mm मोटी रोटी बेल लें।
- इसको चाकू की मदद से किसी भी आकार में काट लें।
- एक कढ़ाई में तेल गरम करें। जब तेल गरम हो जाये तो उसमें एक छोटा सा आटे का टुकड़ा डालें। अगर वो नीचे बैठ जाये तो तेल अभी गरम नहीं हुआ है। अगर वो एकदम से भूरा हो जाये तो तेल ज्यादा गरम हो गया है।
- तेल ठीक गरम होने पे कुछ पारों को तेल में डाल दें और आंच तेज कर दें। कलछी से पारों को हिलाते रहें। एक मिनट बाद आंच मध्यम कर दें और उन्हें सिकने दें। थोड़ी थोड़ी देर में उन्हें चलाते रहें।
- जब वो थोड़ा रंग बदलने लगें तो उन्हें निकाल लें।
- सारे पारों को ऐसे ही तल लें।
- एक दूसरी कढ़ाई में चीनी और 3 कप पानी मिलकर उसकी दो तार की चाशनी बना लें।
- अब सारे तले हुए पारे चाशनी में डाल दें और हल्के हाथ से मिला लें। धीरे धीरे मिलाते रहें जब तक की चाशनी पारों पर अच्छी तरह लिपट न जाये।
- धीरे धीरे पारे सारी चाशनी सोख लेंगे और चाशनी जम जाएगी। इन्हें ३-४ घंटे ऐसे ही छोड़ दें और फिर एक डिब्बे में भर कर रख लें। शक्कर पारे तैयार हैं।
Summary
Recipe Name
शक्कर पारे
Author Name
रुचि गर्ग
Published On
Total Time
Average Rating
4 Review(s) Based on