मठरी एक ज़माने से चला आ रहा नाश्ता है जो की भारत के हर घर में खाया जाता है। ये बहुत दिनों तक टिकता है इसलिए एक बार बना लें फ़िर हफ़्तों तक उसका लुत्फ़ उठाते रहें सूखा नाश्ता होने के कारण यात्रा करते वक़्त ये बहुत काम आता है। इसके साथ अगर कोई खट्टा अचार हो तो और भी बढ़िया लगती हैं ये मठरियां। वैसे तो आजकल बाजार मैं ये ख़ूब आसानी से मिल जातीं हैं पर घर में बना सामान ज़्यादा पौष्टिक और बहुत कम पैसों में बन जाता है इसलिए समय निकाल कर इन्हें घर पर ही बनाएं।
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समय | 40 मिनट |
कितने लोगों के लिए | 15 – 20 मठरी |
कठिनाई | मध्यम |
सामग्री
मैदा | 1 कप |
बारीक सूजी | 1/3 कप |
नमक | 3/4 छोटी चम्मच |
काली मिर्च | 1 बड़ी चम्मच |
तेल | तलने के लिए |
विधि
- एक बड़े बर्तन में मैदा,सूजी,और नमक मिला लें। आप इसमें अजवाइन, सूखी मेथी, मिर्च, जीरा इत्यादि भी मिला सकते हैं।
- इसमें ३ बड़े चम्मच तेल डालकर मिश्रण को हाथों से अच्छी तरह मसल लें जिससे तेल अच्छी तरह मिल जाये। मिश्रण को हाथ में लेकर मुट्ठी बनाएं और छोड़ दें। अगर मिश्रण की मुट्ठी बनी रहती है तो ठीक है अगर बिखर जाये तो थोड़ा तेल और डालकर फिर मसलें।
- अब इसमें थोड़ा सा पानी डालकर इसका एक कड़ा आटा गूंथ लें।
- आटे को 15 मिनट ढक कर रख दें।
- 15 मिनट बाद आटे को एक बार और गूंथ लें।
- एक कढ़ाई में तलने के लिए तेल गरम कर लें।
- आटे की 15 से 20 लोइयां बना लें।
- हर लोई को चपटा कर लें।
- हर लोई में एक काली मिर्च रखकर चाहें तो बेलन की सहायता से या फिर पूरी मेकर की सहायता से मोटा मोटा बेल लें।
- सारी लोइयां ऐसे ही बेल लें।
- हर बेली हुई मठरी को चाकू या कांटे की सहायता से गोद लें। इससे मठरी फूलती नहीं है और कुरकुरी बनती है।
- अब धीमी आंच पर 4 – 5 मठरी एक साथ सुनहरी होने तक तल लें। मठरियों को बीच बीच में पलटते रहें ।
- मठरियों को कागज़ पर निकाल लें जिससे उनका अतिरिक्त तेल निकल जाये। मठरी तैयार हैं।
- ठंडी हो जाने पर मठरी एक डिब्बे में बंद करके रखें और अचार के साथ खाएं।
Summary
Recipe Name
मठरी
Author Name
रुचि गर्ग
Published On
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