चावल की कचरी साबूदाना पापड़ की तरह होती है जिसे खाने से पहले तलना पड़ता है। आजकल की व्यस्त ज़िन्दगी में कोई इसे घर पर नहीं बनाता लेकिन मेरा मानना है कि घर पर बना खाना ज़्यादा पौष्टिक होता है और वैसे भी अगर हम घर पर खाना नहीं बनाएंगे तो हमारे बच्चे तो बिल्कुल भी नहीं बनायेंगें। इसलिए अगर आप समय निकाल सकें तो ये चावल की कचरी घर पर ही पूरे परिवार के साथ मिलजुल कर बनाएं। जितने में आप बाज़ार से एक कुरकुरे का पैकेट ख़रीदते हैं उतने पैसों में तो उससे दस गुना मात्रा में और कहीं ज़्यादा पौष्टिक कचरी आप घर में बना सकते हैं।
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समय | 1 घंटा |
कितने लोगों के लिए | 2 |
कठिनाई | आसान |
सामग्री
चावल का आटा | 1/2 कप |
लाल मिर्च पाउडर | 1/2 छोटी चम्मच |
नमक | 1/2 छोटी चम्मच |
विधि
- चावल की कचरी को ऐसे दिन बनाना चाहिए जब ख़ूब तेज धूप हो जिससे वे जल्दी सूख जाएं नहीं तो उनमें फुई लग सकती है।
- चावल के आटे को २ कप पानी में एक घंटा भिगो कर रखें।
- उसमें नमक और लाल मिर्च भी मिला लें। अगर आप चाहें तो उसमें जीरा भी मिला सकते हैं।
- चावल के घोल को मध्यम आंच पर निरंतर चलाते हुए पकाएं।
- जल्दी ही वह गाढ़ा होना शुरू हो जायेगा। उसे निरंतर चलाते रहें जिससे उसमें गांठें न पड़ें।
- जब वह इतना गाढ़ा हो जाए कि चम्मच से गिराने पर न बहे तब वह तैयार है। आंच बंद कर दें।
- घोल को ठंडा होने दें जिससे उसको प्रयोग करना आसान हो जाए।
- एक प्लास्टिक का कोन बनाकर घोल को उसमें भर लें।
- एक ट्रे में प्लास्टिक शीट बिछा लें।
- अब कोन को दबा कर जलेबी के आकार की या किसी भी आकार की कचरी प्लास्टिक शीट पर बना लें। ध्यान रहे कि सूखने के बाद कचरी काफ़ी सिकुड़ जाएगी तो थोड़ी मोटी जलेबी बनाएं।
- ट्रे को धूप में सूखने रख दें। एक या दो दिन में कचरी पूरी तरह सूख जानी चाहिए। जब वह पूरी तरह सूख जाए तो उन्हें डिब्बे में बंद करके रख दें। चावल की कचरी तैयार है।
- जब कभी भी कचरी खाने का मन हो आप इन्हें खूब गरम तेल में ताल लें। तलने पर ये फूल कर दुगनी हो जायेंगीं। इन्हें बिलकुल भी ब्राउन नहीं करना है।
Summary
Recipe Name
चावल की कचरी
Author Name
रुचि गर्ग
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