ये तो हम सब जानते ही हैं कि आंवला हमारे लिए कितना लाभकारी होता है। इससे शरीर में रोग निरोधक शक्तियां बढ़ती हैं। ये क्षारीय होता है जो शरीर की एसिडिटी को कम करता है। अब ताज़ा आंवला तो तीन या चार महीने ही उपलब्ध होता है तो सारे साल उसका सेवन कैसे किया जाए। उसके लिए आप आंवले को अचार या मुरब्बा बना कर रखें और सारे साल खाएं। आंवले की चटनी या छुंदा, आंवले को सारे साल खाते रहने का एक बहुत ही अच्छा उपाय है और इसको बनाना बहुत ही आसान है। आंवले को इंग्लिश में गूसबेरी कहते हैं।
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समय | 45 मिनट |
कठिनाई | आसान |
सामग्री
आंवला | 2 कप कसा हुआ |
चीनी या गुड़ | 1.5 कप |
नमक | 3/4 छोटी चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | 3/4 छोटी चम्मच |
गरम मसाला | 3/4 छोटी चम्मच |
हींग | एक चुटकी |
विधि
- आंवले को अच्छी तरह धो कर उसे मोटा मोटा कस लें।
- कसे हुए आंवले में नमक मिला कर उसे दो घंटों के लिए छोड़ दें जिससे उसका पानी छूट जाए।
- अब एक कढ़ाई गरम करके उसमें सारी सामग्री डाल दें और मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए मिश्रण को पकाएं।
- मिश्रण के रस को तब तक पकाएं जब तक कि रस में एक तार न बनने लगे। मतलब उसके रस से तार बनाने कर देखें। अगर एक तार बन गया है तो आंच बंद कर दें वरना और पकाएं।
- ठंडा करके चटनी को एक शीशी में भरकर रख लें। आंवले की चटनी खाने के लिए तैयार है। इसको अचार की तरह कई महीनों तक रखा जा सकता है।
- आंवले की चटनी सादे परांठे या फिर ब्रेड के साथ बहुत अच्छी लगती है।
- कभी कभी आंवले की चटनी थोड़ी सूख जाती है तो उसमें थोड़ा नींबू का रस मिला लें।
Summary
Recipe Name
आंवले की चटनी या छुंदा
Author Name
रुचि गर्ग
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